#दीपावली #दीपोत्सव #दीपमाला🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏रोशन हो जाये जग सारा,
दीप जलाओ घर-घर।
प्रकाशमय हो जाये यह धरा,
रहे न तम कहीं तिल भर।
निराशा का न रहें कहीं डेरा,
रहे न उदासी पल भर।
दीप जलाना है सार्थक तभी,
जब ईर्ष्या-द्वेष से मुक्त हों सभी।
जहाँ भी है निराशा का डेरा,
समझो वहाँ है अभी अंधेरा।
दीप जलाओ खुशियाँ मनाओ,
मगर देख दूसरों की उन्नति दिल न जलाओ।
बंद करो टांग खिंचाई,
मेहनत के बल आगे बढ़ो और बढ़ाओ।
दीपक की रोशनी में नयी राह बनाओ,
लेकर साथ सबको नया संसार बनाओ।
एक नहीं अनेक दीप जलाओ,
कहे 'सूरज' दीपमाला को सार्थक बनाओ।
© Suraj Sharma'Master ji'
ग्राम-बिहारीपुरा, जिला-जयपुर, राजस्थान 303702